मंगलवार, 30 अप्रैल 2013

मुझे जीना नहीं आता




बशर नवाज उर्दू के प्रसिद्ध कवि हैं। उनकी चर्चित नज्म हिंदी पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हूं। मूलतः यह नज्म रचनाकार ई-पत्रिका में प्रकाशित हो गई है। नीचे लिंक पर क्लिक कर आप मूल रचना पढ सकते हैं।
आगे पढ़ें: रचनाकार: बशर नवाज की नज्म - मुझे जीना नहीं आता http://www.rachanakar.org/2013/04/blog-post_29.html#ixzz2Rwzi0MqW

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